Bihar Board Class 10 Social Science Solutions Geography भूगोल : भारत : संसाधन एवं उपयोग Chapter 4 परिवहन, संचार एवं व्यापार Text Book Questions and Answers, Additional Important Questions, Notes.
BSEB Bihar Board Class 10 Social Science Geography Solutions Chapter 4 परिवहन, संचार एवं व्यापार
Bihar Board Class 10 Geography परिवहन, संचार एवं व्यापार Text Book Questions and Answers
वस्तुनिष्ठ प्रश्नोत्तर
प्रश्न 1.
स्वतंत्रता प्राप्ति के समय देश में सड़कों की कुल लंबाई कितनी थी?
(क) 2.42 लाख किमी०
(ख) 1.46 लाख किमी०
(ग) 3.88 लाख किमी०
(घ) 5.78 लाख किमी०
उत्तर-
(क) 2.42 लाख किमी०
प्रश्न 2.
पक्की सड़कों की लंबाई की दृष्टि से प्रथम स्थान पर कौन राज्य है ?
(क) बिहार
(ख) महाराष्ट्र
(ग) तमिलनाडु
(घ) करल
उत्तर-
(ख) महाराष्ट्र
प्रश्न 3.
निम्नलिखित में से कौन सड़कों का एक वर्ग नहीं है ?
(क) पूरब-पश्चिम गलियारा
(ख) एक्सप्रेस वे
(ग) स्वर्णिम त्रिभुज राजमार्ग
(घ) सीमांत सड़कें
उत्तर-
(ग) स्वर्णिम त्रिभुज राजमार्ग
प्रश्न 4.
भारत के किन शहरों में मेट्रो रेल सेवा उपलब्ध है?
(क) कोलकाता एवं दिल्ली
(ख) दिल्ली एवं मुंबई
(ग) कोलकाता एवं चेन्नई
(घ) दिल्ली एवं बेंगलुरू
उत्तर-
(क) कोलकाता एवं दिल्ली
प्रश्न 5.
किस वर्ष इंडियन एयरलाइंस को ‘इंडियन’ नाम दिया गया?
(क) 2006
(ख) 2003
(ग) 2008
(घ) 2005
उत्तर-
(घ) 2005
प्रश्न 6.
भारतीय अंतर्देशीय जलमार्ग प्राधिकरण का गठन किस वर्ष किया गया था?
(क) 1986
(ख) 1988
(ग) 1985
(घ) 1989
उत्तर-
(क) 1986
प्रश्न 7.
एन्नोर पत्तन किस राज्य में स्थित है ?
(क) गुजरात
(ख) गोआ
(ग) तमिलनाडु
(घ) कर्नाटक
उत्तर-
(ग) तमिलनाडु
प्रश्न 8.
भारत को कुल कितने डाक क्षेत्रों में बांटा गया है ?
(क) 7
(ख) 5
(ग) 6
(घ) 8
उत्तर-
(घ) 8
प्रश्न 9.
देश में कितने विशेष आर्थिक क्षेत्र विकसित हैं?
(क) 10
(ख) 7
(ग) 15
(घ) 5
उत्तर-
(ख) 7
प्रश्न 10.
फाल्टा विशेष आर्थिक क्षेत्र कहाँ स्थित है ?
(क) बिहार
(ख) फ बंगाल
(ग) केरल
(घ) उड़ीसा
उत्तर-
(ख) फ बंगाल
लघु उत्तरीय प्रश्नोत्तर
प्रश्न 1.
भारत में सड़कों के प्रादेशिक वितरण का वर्णन प्रस्तुत कीजिए।
उत्तर-
पक्की सड़कों की लंबाई की दृष्टि से महाराष्ट्र देश में प्रथम स्थान पर है। यहाँ 2.70 लाख किमी. लंबी पक्की सड़कें हैं। दसरे स्थान पर उत्तर प्रदेश एवं तीसरे स्थान पर उड़ीसा है। यहाँ क्रमशः 2.47 लाख एवं 2.36 लाख किमी. लंबो सड़कें हैं। पक्की सड़कों की सबसे कम लंबाई वाला राज्य लक्षद्वीप है। यहाँ मात्र 01 किलोमीटर लंबी पक्की सड़क है। सड़कों के घनत्व की दृष्टि से केरल प्रथम, गोआ द्विताय और उड़ीसा तृतीय स्थान पर है।
उत्तर भारत में सड़कों का सर्वाधिक घनत्व पंजाब में है। इसके बाद उत्तर प्रदेश एवं पश्चिम बंगाल का स्थान आता है। उत्तर-पूर्वी राज्यों में त्रिपुरा प्रथम एवं नागालैंड दूसरे स्थान पर है। पूरे देश में सड़कों का सर्वाधिक घनत्व दिल्ली में है।
प्रश्न 2.
भारतीय रेल परिवहन की प्रमुख विशेषताओं का उल्लेख करें।
उत्तर-
- दो बड़े शहरों एवं महानगरों के बीच तीव्र गति से चलने वाली राजधानी एवं शताब्दी एक्सप्रेस ट्रेनों का परिचालन किया जा रहा है।
- माल ढुलाई के लिए प्राइवेट कंटेनर एवं वैगन, माल-गाड़ियों में लगाई जा रही है।
- ट्रेनों की दुर्घटना को रोकने के लिए इंजनों में ए. सी. डी. की व्यवस्था की गयी है।
- 1 अगस्त, 1947 से रेल मंत्रालय ने रेल यात्री बीमा योजना शुरू की है।
- कोलकाता एवं दिल्ली में मेट्रो रेल के तहत भूमिगत रेल सेवा दी जा रही है।
- गोआ, महाराष्ट्र, केरल एवं कर्नाटक के बीच 760 किमी. लंबी कोंकण रेल परियोजना के तहत रेल चलायी जा रही है। इसी मार्ग पर देश की सबसे लंबी रेल सुरंग 6.5 किमी. रत्नागिरि के निकट है।
- राजस्थान में शाही रेल गाड़ी ‘पैलेस ऑन व्हील्स’ तथा महाराष्ट्र में डिक्कन ऑडेसी’ रेलगाड़ियाँ चलाई जा रही हैं।
- पर्वतीय भागों में स्थित पर्यटक स्थलों तक पहुँचने के लिए तथा मनोरंजनपूर्ण यात्रा के लिए नैरा गेज एवं स्पेशल गेज वाली रेलें चलाई जा रही हैं। इनमें शिमला उटी, माउंट आबू, दार्जिलिंग इत्यादि की रेल सेवाएं शामिल हैं।
- यह एशिया की सबसे बड़ी और विश्व की तीसरी बड़ी रेल प्रणाली है।
- विश्व की सबसे अधिक विद्युतीकृत रेलगाड़ियाँ रूस के बाद भारत में ही चलती हैं।
प्रश्न 3.
भारत के विभिन्न डाक चैनल का संक्षेप में विवरण दीजिए।
उत्तर-
- राजधानी चैनल- नई दिल्ली से 5 विशेष राज्यों की राजधानी के लिए यह डाक सेवा है जिसके लिए पीले रंग की पत्र-पेटियाँ प्रयोग में लाई जाती हैं।
- मेट्रो चैनल-बेंगलूरू, कोलकाता, चेन्नई, दिल्ली, मुम्बई एवं हैदराबाद के लिए यह डाक सेवा है। इसके लिए नीले रंग वाली पत्र-पेटियों का उपयोग होता है।
- ग्रीन चैनल- स्थानीय पिनकोड अंकित डाक पत्रों को हरे रंग वाली पत्र-पेटी में डाला जाता है।
- दस्तावेज चैनल- समाचार पत्रों एवं विभिन्न पत्रिकाओं को भेजने के लिए यह बड़े व्यावसायिक संगठनों के डाक पत्रों के लिए है।
- व्यापार चैनल -यह छोटे व्यापारिक संगठनों के डाक पत्रों के लिए उपलब्ध है।
प्रश्न 4.
भारत की निर्यात एवं आयात वाली वस्तुओं का उल्लेख करें।
उत्तर-
निर्यात की जाने वाली वस्तुएँ- इंजीनियरी सामान, पेट्रोलियम उत्पाद; रत्न और आभूषण, रसायन एवं संबद्ध उत्पाद, वस्त्र, कृषि एवं संबंध उत्पाद, अयस्क एवं खनिज इत्यादि।
आयात की जाने वाली वस्तुएं- पेट्रोलियम एवं संबंधित उत्पाद, मशीनरी, इलेक्ट्रॉनिक सामान, सोना और चाँदी, उर्वरक, रसायन, अलौह धातुएँ एवं अन्य सामान।
प्रश्न 5.
भारत के प्रमुख राष्ट्रीय जलमार्गों के बारे में लिखिए।
उत्तर-
भारत के पाँच आंतरिक जलमागों को राष्ट्रीय जलमार्ग घोषित किया गया है। ये जलमार्ग हैं-
- राष्ट्रीय जलमार्ग संख्या 1- यह इलाहाबाद से हल्दिया के बीच 1620 किमी. की लंबाई में है।
- राष्ट्रीय जलमार्ग संख्या 2- यह सदिया से ध्रुबरी तक.891 किमी. की लम्बाई में ब्रह्मपुत्र नदी में विकसित है। इसका उपयोग भारत और बंगलादेश साझेदारी में करते हैं।
- राष्ट्रीय जलमार्ग संख्या 3– कोलम से कोट्टापुरम 2005 किमी. लंबा यह जलमार्ग चंपांकारा तथा उद्योगमंडल नहरों सहित पश्चिमी तट नहर में विकसित है।
- राष्ट्रीय जलमार्ग संख्या 4- यह गोदावरी कृष्णा नदियों के सहारे 1095 किमी. में फैला है। पुडुचेरी–काकीनाड़ा नहर के साहरे यह जलमार्ग आंध्रप्रदेश, तमिलनाडु एवं पुडुचेरी में फैला है।
- राष्ट्रीय जलमार्ग संख्या 5- यह जलमार्ग उड़ीसा राज्य में ईस्ट-कोस्ट कनाल, मताई नदी, ब्राह्मणी नदी एवं महानदी डेल्टा के सहारे 623 किमी. की लंबाई में विकसित किया जा रहा है।
दीर्घ उत्तरीय प्रश्नोत्तर
प्रश्न 1.
भारत के अन्तर्राष्ट्रीय व्यापार की विशेषताओं का वर्णन कीजिए।
उत्तर-
- भारत का अन्तर्राष्ट्रीय व्यापार विभिन्न नए-नए देशों में बढ़ता जा रहा है और नए-नए बाजार बनते जा रहे हैं।
- भारत का 95% विदेशी व्यापार समुद्री मार्ग द्वारा होता है, केवल नेपाल, बांगलादेश और पाकिस्तान के साथ-स्थल और नदियों के द्वारा व्यापार होता है।
- समुद्र द्वारा अधिक व्यापार होने के कारण इस देश में बन्दरगाहों का महत्व बढ़ता जा रहा है।
- निर्यात की वस्तुओं की संख्या तथा मात्रा में दिनानुदिन वृद्धि होती जा रही है।
- निर्यात के साथ-साथ आयात व्यापार भी बढ़ता जा रहा है।
- कृषि के सामान तथा औद्योगिक उत्पादनों में वृद्धि होने से अनुकूल व्यापार संतुलन की प्रवृत्ति स्पष्ट हो रही है।
- देश में इंजीनियरिंग वस्तुओं, साइकिल, सिलाई की मशीनें, बिजली के पंखे इत्यादि का उत्पादन बढ़ा है और इन वस्तुओं के निर्यात में वृद्धि हुई है।
- भारत का विदेशी व्यापार से भारत में प्रति व्यक्ति आय विकसित देशों की तुलना में बहुत कम होती है। भारत में विदेशी व्यापार से प्रति व्यक्ति आय विकसित देशों की तुलना में बहुत कम होती है।
- भारत का विदेशी व्यापार, व्यापारिक समझौतों के अनुसार होता है।
- भारत का विदेशी व्यापार प्रधानतः कोलकाता, मुम्बई, चेन्नई, कोचीन, प्रदीप, कांडला तथा विशाखापट्नम बन्दरगाहों से होता है।
- वर्तमान समय में भारत अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर सॉफ्टवेयर महाशक्ति के रूप में उभर रहा है। परिणामस्वरूप, सूचना प्रौद्योगिकी के व्यापार से भी भारत अत्यधिक विदेशी मुद्रा अर्जित कर रहा है।
प्रश्न 2.
भारत में पाई जानेवाली विभिन्न प्रकार की सड़कों का विस्तृत विवरण दीजिए।
उत्तर-
नागपुर सड़क योजना के द्वारा देश में सड़कों को चार प्रकारों में बाँटा गया है
1. राष्ट्रीय राजमार्ग- यह देश के विभिन्न प्रांतों को आपस में जोड़ने का काम करता है। इस दृष्टि से राष्ट्रीय राजमार्ग संख्या-7 सबसे लंबा राष्ट्रीय राजमार्ग है। वाराणसी, जबलपुर, नागपुर, हैदराबाद, बेंगलुरू एवं मदुरई होते हुए कन्याकुमारी तक यह 2369 किमी. की लंबाई में फैली है।
देश में कुल 228 राष्ट्रीय राजमार्ग हैं, जिनकी कुल लंबाई 66590 किमी. है। सड़कों की कुल लंबाई का यह मात्र 2% है जो यातायात के 40% भाग को ढोता है।
2. राज्य राजमार्ग- यह राज्यों की राजधानियों को विभिन्न जिला मुख्यालयों से जोड़ता है। यह राष्ट्रीय राजमार्गों से जुड़ी हुई है। देश में ऐसे सड़कों की लम्बाई कुल सड़कों का मात्र 4% है।
3. जिला सड़कें- यह राज्यों के विभिन्न जिला मुख्यालयों एवं शहरों को मिलाने का काम करती है। देश के कुल सड़कों में इनका हिस्सा 14% है।
4. ग्रामीण सड़कें- यह विभिन्न गाँवों को जोड़ने का कार्य करती है। इसके अंतर्गत देश की कुल सड़कों का 80% भाग शामिल है। प्रधानमंत्री सड़क योजना के अन्तर्गत इनका विकास किया जा रहा है।
5. सीमांत सड़कें- राजनीतिक एवं सामरिक दृष्टि से सीमावर्ती क्षेत्रों में सड़कों का निर्माण आवश्यक है। इनका निर्माण एवं रख-रखाव सीमा सड़क संगठन करता है। जिसका गठन 1960 में किया गया था। इन्हीं सड़कों के माध्यम से सीमा पर सैनिकों के लिए आवश्यक सामानों को भेजा जाता है।
प्रश्न 3.
भारतीय अर्थव्यवस्था में परिवहन एवं संचार साधनों की महता को स्पष्ट कीजिए।
उत्तर-
परिवहन एवं संचार के साधनों द्वारा किसी भी क्षेत्र या राष्ट्र के समुचित विकास में परिवहन एवं संचार के साधन आधार का काम करते हैं। ये साधन उत्पादन एवं उपभोग अथवा माँग एवं आपूर्ति के बीच संबंध स्थापित करते हैं। इसीलिए इन्हें राष्ट्रीय अर्थव्यवस्था की जीवन रेखा कहा जाता है।
परिवहन के साधन कई दृष्टियों से महत्वपूर्ण होते हैं-
- ये कच्चे माल को निर्माण स्थल पर एकत्र करते हैं।
- परिष्कृत उत्पादों को देश के विभिन्न हिस्सों में पहुंचाते हैं।
- यह देश की रक्षा में लगी हुई सेनाओं के लिए आहार, गोलाबारूद और अन्य आवश्यक सामानों की आपूर्ति करता है।
- बड़ी मात्रा में खाद्यान्नों एवं अन्य आवश्यक सामग्रियों को आवश्यक स्थानों पर पहुँचाता है।
संचार के साधनों का महत्व निम्नलिखित है-
- व्यापारिक गतिविधियों की सूचनाओं का आदान प्रदान होता है जिससे व्यापार में सहायता मिलती है।
- बाढ़, तूफान, आतंकी गतिविधियों से संबंधित जानकारियां लोगों तक पहुँचाने एवं उन्हें इसके प्रति जागरूक अथवा सचेत करने में संचार के साधनों का उल्लेखनीय योगदान है।
प्रश्न 4.
भारत में पाइपलाइन परिवहन का वर्णन कीजिए।
उत्तर-
पाइपलाइन परिवहन का उपयोग मुख्यतः तरल पदार्थों जैसे पेट्रोलियम के साथ ही साथ गैसों के परिवहन के लिए किया जाता है। पाइपलाइन के द्वारा मरुस्थलों, जंगलों, पर्वतीय क्षेत्रों, मैदानी और यहाँ तक कि समुद्र के नीचे से होकर भी परिवहन किया जाना संभव है।
भारत में पाइपलाइन का भविष्य मुख्यतः तेल एवं प्राकृतिक गैस उद्योग पर ही निर्भर है। देश में कच्चे तेलों को उत्पादन क्षेत्रों से शोधनशालाओं तक तथा शोधनशालाओं से उत्पादों को बाजार तक पाइपलाइन द्वारा ही भेजा जाता है।
आजकल ठोस पदार्थों जैसे खनिज को तरल अवस्था में परिवर्तित कर पाइपलाइनों द्वारा ले जाये जाने लगा है।
देश में पेट्रोलियम उत्पादन क्षेत्रों में वृद्धि तथा आयात में वृद्धि के साथ ही पाइपलाइन मार्ग का विस्तार होने लगा है। देश के पश्चिमी भागों में इसकी सघनता अधिक है। 1985 ई. तक देश में पाइपलाइनों का कुल विस्तार 6535 किमी. था, जो. 2004 ई. तक 18546 किमी. हो गया।
भारत में पाइपलाइन के वितरण को मुख्यतः दो वर्गों में रखा गया है-
(क) तेल पाइपलाइन-
- कच्चा तेल पाइपलाइन
- तेल उत्पादन पाइपलाइन।
(ख) गैस पाइपलाइन-
- एल. पी. जी. पाइपलाइन
- एच..बी. जे. पाइपलाइन।
भारत में कच्चा तेल परिवहन के लिए पूर्वी तथा उत्तर-पूर्वी भारत और पश्चिमी भारत में पाइपलाइनें बिछाई गई हैं। जिसका विवरण निम्न है-
- पूर्वी एवं उत्तर-पूर्वी भारत में डिग्बोई से बरौनी एवं हल्दिया तक जिसे पाराद्वीप तक बढ़ाया जाना है।
- पश्चिम में कांडला, अजमेर होते हुए पानीपत तक एवं जामनगर से चाकसू तक। चाकसू से यह पानीपत एवं मथुरा तक दो भागों में बाँटा गया है।
- दक्षिण में विशाखापट्टनम, विजयवाड़ा एवं हैदराबाद के बीच।
- गुजरात में हजीरा से उ. प्र. कवे जगदीशपुर तक। यह 1730 किमी. लंबा है। इसे एच. बी. जे. गैस पाइपलाइन कहा जाता है।
मानचित्र कार्य
भारत के मानचित्र पर निम्नलिखित को प्रदर्शित कीजिए:
प्रश्न 1.
पूरब-पश्चिम गलियारा दो सीमांत नगरों के साथ।
उत्तर-
छात्र स्वयं करें।
प्रश्न 2.
पूर्वी तट पर स्थित तीन प्रमुख बंदरगाह।
उत्तर-
छात्र स्वयं करें।
प्रश्न 3.
पूर्व-मध्य, पूर्वी रेलवे एवं पूर्वोत्तर सीमांत रेलवे का मुख्यालय शहर।
उत्तर-
छात्र स्वयं करें।
प्रश्न 4.
भारत के पाँच प्रमुख अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डे।।
उत्तर-
छात्र स्वयं करें।
परियोजना कार्य
1. भारत के 16रेल क्षेत्रों के मुख्यालय शहरों के नाम मानचित्र पर अंकित कीजिए।
Bihar Board Class 10 Geography परिवहन, संचार एवं व्यापार Additional Important Questions and Answers
वस्तुनिष्ठ प्रश्नोत्तर
प्रश्न 1.
भारत में कितने आकाशवाणी केन्द्र हैं ?
(क) 52
(ख) 152
(ग) 200 से ज्यादा
(घ) लगभग 450
उत्तर-
(ग) 200 से ज्यादा
प्रश्न 2.
भारत में टेलीफोन की सेवाएँ कब आरंभ हुई.?
(क) 1815 में
(ख) 1881 में
(ग) 1912 में
(घ) 1947 में
उत्तर-
(ख) 1881 में
प्रश्न 3.
इनमें कौन व्यापारिक केंद्र गंगा नदी के तट पर स्थित नहीं है ?
(क) कानपुर
(ख) भागलपुर
(ग) जबलपुर
(घ) वाराणसी
उत्तर-
(ग) जबलपुर
प्रश्न 4.
कोलकाता से दिल्ली तक की राष्ट्रीय सड़क मार्ग किस नाम से प्रसिद्ध है ?
(क) NH-1
(ख) NH-2
(ग) NH-3
(घ) NH-4
उत्तर-
(ख) NH-2
प्रश्न 5.
भारत के किस राज्य में पक्की सड़क की लंबाई सबसे अधिक है?
(क) बिहार में
(ख) तमिलनाडु
(ग) महाराष्ट्र में
(घ) केरल में
उत्तर-
(ग) महाराष्ट्र में
अतिलघु उत्तरीय प्रश्नोत्तर
प्रश्न 1.
पहियो पर चलनेवाला अस्पताल से संबंधित रेलगाड़ी का नाम क्या है ?
उत्तर-
जीवनरेखा एक्सप्रेस नाम की एक विशेष रेलगाड़ी चलनी शुरू हुयी। इसे ही पहियों पर चलने वाला अस्पताल कहते हैं।
प्रश्न 2.
भारत के किन नगरों को जोड़ने के लिए स्वर्णिम चतुर्भुज महामार्ग बनाया गया है ?
उत्तर-
भारत के दिल्ली, मुंबई, चेन्नई तथा कोलकाता नगरों को जोड़ने के लिए स्वर्णिम चतुर्भुज महामार्ग बनाया मया है।
प्रश्न 3.
जम्मूतवी से चलनेवाली हिमसागर एक्सप्रेस का अंतिम स्टेशन कौन है ?
उत्तर-
जम्मूतवी से चलने वाली हिमसागर एक्सप्रेस का अंतिम स्टेशन कन्याकुमारी है।
प्रश्न 4.
सुभाषचन्द्र बोस अन्तर्राष्ट्रीय हवाई अड्डा किस नगर में है?
उत्तर-
सुभाषचन्द्र बोस अन्तर्राष्ट्रीय हवाई अड्डा कोलकाता नगर में स्थित है।
प्रश्न 5.
भारत के किस नगर में शीशमहल स्थित है ?
उत्तर-
भारत के उत्तर प्रदेश/उत्तराखण्ड नगर में शीशमहल स्थित है।
लघु उत्तरीय प्रश्नोत्तर
प्रश्न 1.
परिवहन और संचार के आधुनिक साधनों को हमारे राष्ट्र की जीवन-रेखाएँ क्यों कहा गया है?
उत्तर-
परिवहन और संचार के आधुनिक साधन किसी भी देश और उसकी अर्थव्यवस्था की जीवन-रेखाएं होती हैं। परिवहन और संचार के विकसित साधनों से आज पूरा संसार घर-आँगन बन चुका है। इस साधनों के माध्यम से एक स्थान से दूसरे स्थान पर बहुत आसानी से कम समय में पहुंचा जा सकता है। अपने घर बैठे संसार भर की घटनाओं और समाचारों को जान सकते , हैं। परिवहन एवं संचार के साधनों ने तो जैसे जीवन के सभी क्षेत्रों में क्रांति पैदा कर दी है। परिवहन के साधनों द्वारा उपयोगी वस्तुओं को बाजार तक पहुंचाया जा सकता है। देश के विभिन्न क्षेत्रों . में पैदा होने वाले अशांति, सूखा, बाढ़, महामारी जैसे आपदा के क्षेत्रों में सहायता कार्य करने में यातायात के साधन सहायक होते हैं। इसीलिए परिवहन और संचार के आधुनिक साधनों को हमारे राष्ट्र की जीवन रेखाएँ कहते हैं।
प्रश्न 2.
भारत में सड़कों का विकास तेजी से हो रहा है। इस कथन की पुष्टि करें।
उत्तर-
प्रथम एवं द्वितीय विश्व के साथ सड़कों का विकास शुरू हुआ लेकिन स्वतंत्रता के बाद भारत में सड़क मार्ग का तेजी से विकास हुआ है, वर्तमान में विकास कई गुणा अधिक हुआ है। 1947-48 ई. में भारतीय सड़कमार्ग की कुल लम्बाई 3.48 लाख किमी. थी जो वर्तमान समय में 18 लाख किमी. है। इनमें से करीब 8 लाख किमी. पक्की सड़कें हैं। क्षेत्रफल की दृष्टि से प्रति 100 वर्ग किमी. पर 62 किमी. एवं 1 लाख जनसंख्या पर 243 किमी. लम्बी सड़कें हैं।
जहाँ तक प्रादेशिक वितरण का प्रश्न है वह अत्यन्त ही असमान है। सामान्यतः दक्षिण भारत में सड़कों का विकास अधिक हुआ है। सड़कों की सर्वाधिक लम्बाई महाराष्ट्र में है। अतः इस प्रकार यह कहा जा सकता है कि भारत में सड़कों का विकास तेजी से हो रहा है।
प्रश्न 3.
भारत में सड़कों की सघनता किन दो क्षेत्रों में अधिक है और क्यों
उत्तर-
भारत में सड़कों की सघनता निम्न दो क्षेत्रों में अधिक पाई जाती है।
- गंगा के मैदान में (बंगाल से लेकर पंजाब तक)
- तमिलनाडु, केरल में (पूर्वी तट से पश्चिमी तट तक)
उत्तरी मैदानी भाग में सड़कों का घनापन अधिक है। परन्तु पक्की सड़कें की लम्बाई कम है। परन्तु दक्षिण भारत के तमिलनाडु राज्य और केरल राज्य में पक्की सड़के अधिक हैं। इन क्षेत्रों में सड़कों का घनापन अधिक होने का कारण यह है कि उत्तर भारत का मैदानी क्षेत्र हो या दक्षिण का तमिलनाडु या केरल राज्य हो, यह सभी क्षेत्र कृषि प्रधान क्षेत्र हैं, समतल भू भाग है अधिक जनसंख्या वाला क्षेत्र है। इसलिए इन क्षेत्रों में सड़कों की सघनता अधिक पाई जाती है।
दीर्घ उत्तरीय प्रश्नोत्तर
प्रश्न 1.
भारत में सड़कों अथवा रेलमार्गों के वितरण पर सकारण प्रकाश डालें।
उत्तर-
भारत में सड़क मार्ग परिवहन का एक प्रमुख साधन है। इन सड़क मार्गों का देश के विभिन्न भागों में समुचित रूप से वितरण हुआ है। हमारे देश में सड़क से संबंधित एक्सप्रेस राष्ट्रीय महामार्ग हैं। जिनका वितरण दिल्ली, मुंबई, चेन्नई, कोलकाता इत्यादि क्षेत्रों में प्रमुख रूप से हुआ है। इसी प्रकार राष्ट्रीय महामार्ग की सड़कें बहुत महत्व की हैं। इन राष्ट्रीय महामार्गों का वितरण देश के विभिन्न भागों में हुआ है। ये सड़कें विभिन्न राज्यों की राजधानियों को आपस में मिलाती हैं। इसी प्रकार राज्य महामार्ग प्रत्येक राज्य की राजधानी के क्षेत्रों में पायी जाती है। ये महामार्ग प्रत्येक राज्य की राजधानी को उस राज्य के प्रमुख नगरों से मिलाते हैं। इसी प्रकार जिले की सड़कों का वितरण जिला मुख्यालय के क्षेत्रों में किया गया है। ये सड़कें जिला मुख्यालय को जिले के अन्य नगरों एवं कस्बों से जोड़ते हैं। गाँव की सड़कों का वितरण ग्रामीण क्षेत्रों में किया गया है। ये सड़कें गाँव को जिले के विभिन्न नगरों में मिलाती हैं। सीमा सड़कों का वितरण देश के सीमावर्ती क्षेत्रों में किया जाता है।
भारत में रेलवे परिवहन का सबसे प्रमुख साधन है। देश में रेल मार्गों का जाल बिछा हुआ है जिसकी कुल लंबाई लगभग 64 हजार किमी. है। भारत के विभिन्न क्षेत्रों में रेलमार्ग का वितरण किया गया है। भारत में रेलमार्गों का वितरण प्रमुख रूप से उत्तर भारत के मैदानी भागों में और दक्षिण भारत के सौराष्ट्र एवं तमिलनाडु में हुआ है। उत्तर भारत के मैदानी भाग में कृषि, वाणिज्य-व्यवसाय और उद्योग-धन्धों का समुचित विकास हुआ है जिसके कारण रेलमार्ग अधिक पाये जाते हैं, क्योंकि यहाँ की समतल भूमि पर रेलमार्गों का आसानी से निर्माण किया जा सकता है। इसलिए यहाँ रेलमार्गों का अधिक घनत्व पाया जाता है। इसी प्रकार सौराष्ट्र और तमिलनाडु में समतल भूमि अधिक है। साथ ही इन क्षेत्रों में वाणिज्य-व्यवसाय तथा उद्योग-धन्धों का समुचित विकास हुआ है। जिसके कारण इन क्षेत्रों में रेलमार्गों का विकास अधिक किया गया है।
प्रश्न 2.
भारतीय व्यापार के विकास का विवरण देते हुए व्यापार में भाग लेने वाले प्रमुख पत्तनों का वर्णन करें।
उत्तर-
जलमार्ग परिवहन का एक प्रमुख साधन माना जाता है। जल परिवहन के अन्तर्गत दो भाग आते हैं-
- नदी जलमार्ग तथा
- समुद्री जलमार्ग। नदी जलमार्ग से आन्तरिक व्यापार के लिए परिवहन का काम लिया जाता है जबकि समुद्रीजलमार्ग से विदेशी व्यापार होता है।
समुद्री जलमार्ग के अन्तर्गत देश में विभिन्न पत्तन या बन्दरगाह हैं। इन्हीं पत्तनों पर समुद्री जहाज ठहरते हैं और माल को निर्यात व्यापार करने के लिए जहाज पर लादा जाता है। साथ ही विदेशों से आयात किए हुए माल इन्हीं पत्तनों से जहाज से उतारा जाता है। यानी आयात व्यापार होता है। अतः विदेशी व्यापार के विकास के लिए इन पत्तनों का महत्वपूर्ण योगदान होता है। भारत में कई प्रमुख पत्तन या बंदरगाह हैं जिनसे व्यापार-कार्य होता है।
हमारे देश के पश्चिमी तट पर कांडला, मुंबई, मार्मगाओ, न्यू मंगलौर और कोचीन (कोच्चि) पत्तन प्रमुख रूप से अन्तर्राष्ट्रीय व्यापार में भाग लेते हैं। हाल ही में मुंबई में पं. जवाहरलाल नेहरू के नाम पर नए पत्तन का विकास किया गया है। मुंबई भारत का सबसे बड़ा पत्तन है। खनिज तेल के अधिकतर उत्पादों का व्यापार यहीं से होता है। न्यू मंगलौर का विकास केन्द्रमुख लौह-अयस्क के निर्यात के लिए मुख्य रूप से हुआ है। मामगाओ भारत का पाँचवाँ बड़ा पत्तन है, जहाँ से लोहा और मैंगनीज का निर्यात होता है। कोचीन का पोताश्रय नैसर्गिक है और उसकी पृष्ठभूमि में रबर, कहवा तथा नारियल कुंज मिलते हैं। नारियल की जटा और गरम मसालों के व्यापार के चलते इसे पुराने जमाने से प्रसिद्धि मिलती रही है।
भारत के पूर्वी तट पर प्रमुख पत्तन हैं तूती कोसि, चेन्नई, विशाखापत्तनम, पारादीप और कोलकाता हल्दिया तूती कोरिम में मुख्यतः कोयला से लदे जहाज माल उतारते हैं। चेन्नई (मद्रास) मुख्यतः खनिज तेल और लोहा अयस्क का व्यापार करता है, विशाखापत्तनम का पत्तन सबसे गहरा है जो मुख्यतः मैंगनीज, लौह-अयस्क का निर्यात करता है। कोलकाता नदी पत्तन है। इसके समीप हल्दिया का विकास कोयला और पेट्रोलियम उत्पादों के व्यापार के लिए किया जा रहा है।
प्रश्न 3.
यातायात के साधनों को देश की जीवन-रेखा (Life-line) क्यों कहा जाता है ?
उत्तर-
यातायात के आधुनिक साधन किसी भी राष्ट्र और उसकी अर्थव्यवस्था की जीवन रेखाएँ हैं। यातायात के विकसित साधनों के माध्यम से पूरी पृथ्वी घर-आँगन-सी बन चुकी है। इन साधनों के माध्यम से एक स्थान से दूसरे स्थान पर कम समय में आसानी से पहुंचा जा सकता है। जो दूरियाँ तय करने में हफ्तों-महीनों लगते थे वह अब घंटों में तय हो जाती हैं। आज पर्वत, पठार, घाटियों, बन, सागर-महासागर बाधक नहीं रहे, आसानी से उन्हें पार किया जाता है।
परिवहन के सभी साधनों ने मिलकर सामाजिक, आर्थिक एवं राजनीतिक क्रांति पैदा कर दी है। परिवहन के साधनों द्वारा उपयोगी वस्तुएँ बाजार तथा उपभोक्ताओं तक शीघ्रता से पहुंचाई जाती हैं। देश के विभिन्न क्षेत्रों में सूखा, बाढ़ अथवा महामारी जैसी समस्या का आसानी से मुकाबला किया जा सकता है और तत्काल सहायता पहुँचाने में सक्षम है। यातायात के साधनों के विकास ने देश के विभिन्न भागों के लोगों में भाईचारगी पैदा की है, राष्ट्रीय एकता को मजबूत किया है और आर्थिक मजबूती प्रदान की है।
औद्योगिक विकास मूलतः यातायात के साधनों पर ही निर्भर है। कच्चा माल कारखाने तक लाने और तैयार माल बाजार तक ले जाने में यातायात के साधन ही सहायक होते हैं। अत: यातायात के साधन देश की जीवन रेखाएँ होती है।
प्रश्न 4.
निर्यात संवर्द्धन के लिए सरकार द्वारा किए प्रयासों की चर्चा करें।
उत्तर-
भारत में निर्यात संवर्द्धन के लिए सरकार द्वारा दो प्रयास किए गये हैं जिनका वर्णन इस प्रकार है-
(i) नयी विदेश व्यापार नीति देश की आर्थिक उन्नति निर्यात पर निर्भर करती है। क्योंकि इससे विदेशी मुद्रा की प्राप्ति होती है। सरकार द्वारा 31 अगस्त, 2004 को नयी विदेश व्यापार नीति लाई गयी। जिसका उद्देश्य 2004-2009 के बीच विश्व व्यापार में भारत का हिस्सा दुगुना करना था। इसमें वर्णित सख्त प्रावधानों के चलते उद्देश्य के अनुरूप शीघ्र ही सापेक्षिक परिणाम मिलने लगे। तीन वर्षों के अन्तर ही भारत के निर्यात में सराहनीय वृद्धि हुयी है।
(ii) विशेष आर्थिक क्षेत्र भारत एशिया का पहला देश है जिसने निर्यात की वृद्धि के लिए निर्यात संसाधन क्षेत्र को स्वीकार किया है। परन्तु कुछ खामियों के चलते निर्यात के संवर्द्धन की दिशा में ये क्षेत्र (गुजरात के कांडला, महाराष्ट्र में सांताक्रुज, केरल में कोच्चि, तमिलनाडु में चेन्नई, आन्ध्रप्रदेश में विशाखापत्तनम, प. बंगाल में फाल्टा और उत्तर प्रदेश में नोएडा) कारगर नहीं हो पाये। परिणामस्वरूप अप्रैल 2000 में कई नये प्रावधानों के साथ विशेष आर्थिक क्षेत्र की नीति की घोषणा की गयी। अतः इस प्रकार यह कहा जा सकता है निर्यात संवर्द्धन के क्षेत्र में भारत सरकार ने बहुत ही सराहनीय कदम उठाए हैं जिसका दूरगामी परिणाम सामने आया है। और विभिन्न भागों के लोगों सहायता पहुंचाने में समा समस्या का आस इकाई |
Bihar Board Class 10 Geography परिवहन, संचार एवं व्यापार Notes
- परिवहन एवं संचार के साधनों को अर्थव्यवस्था की जीवन रेखा कहा जाता है।
- सड़कमार्ग परिवहन का सबसे सामान्य, सुलभ एवं सुगम साधन है।
- लगभग 33 लाख किलो. मी. लंबी सड़कों के साथ भारत विश्व के सर्वाधिक सड़क जाल वाले देशों में स्थान रखता है।
- भारत में रेलमार्ग की कुल लंबाई लगभग 63 हजार 327 किमी. है।
- प्रशासनिक सुविधा के लिए भारतीय रेलवे को 16 क्षेत्रों में बांटा गया है। इनमें उत्तर रेलवे सबसे बड़ा और उत्तर-पूर्वी सीमांत रेलवे सबसे छोटा क्षेत्र है।
- तेल एवं प्राकृतिक गैसों का परिवहन पाइप लाइनों के द्वारा होता है।
- देश में वायु परिवहन का आरंभ 1911 ई. में इलाहाबाद से नैनी के बीच 10 किमी. की छोटी सी दूरी की उड़ान से हुआ था।
- भारत का 95% अंतर्राष्ट्रीय व्यापार जलमार्ग (समुद्र) से होता है।
- सर्वप्रथम 1837 ई. में देश में डाक सेवा ईस्ट इंडिया कंपनी द्वारा प्रारंभ की गयी थी।
- रेडियो का प्रथम प्रसारण 1923 में ‘रेडियो क्लब ऑफ बाम्बे द्वारा और टेलीविजन प्रसारण का आरंभ 1959 में शुरू हुआ था। 1976 में इसे दूरदर्शन नाम दिया गया।
- परिवहन और संचार के साधनों को राष्ट्र की जीवन रेखा कहा गया है। व्यापार हमारी अर्थव्यवस्था की धूरी है।
- भारतीय सड़क व्यवस्था विश्व में सबसे बड़ी है। कच्ची और पक्की सड़कों को मिलाकर यहाँ सड़कों की लंबाई 33 लाख किलोमीटर है। सड़कों का घनत्व वर्ष 1996-97 के अनुसार प्रति वर्ग 100 किलोमीटर पर 75 किलोमीटर था।
- सड़क मार्ग परिवहन का सबसे सामान्य, सुलभ एवं सुगम साधन है।
- लगभग 33 लाख किमी लंबी सड़कों के साथ भारत विश्व के सर्वाधिक सड़क जाल वाले देशों में स्थान रखता है।
- कोलकाता और दिल्ली में भूमिगत रेलमार्ग भी बनाए गये हैं।
- हिमसागर एक्सप्रेस भारत में सबसे लंबा रेलमार्ग तय करनेवाली गाड़ी है। जो कन्याकुमारी से जम्मूतवी तक (3715 किमी) जाती है।।
- भारतीय रेलमार्ग कुल 17 क्षेत्रों में विभाजित है।
- आन्तरिक जलमागों में गंगा और ब्रह्मपुत्र का प्रमुख स्थान है।
- समुद्री जलमार्ग पर 199 छोटे-छोटे पत्तन स्थापित हैं जिनमें 11 अधिक महत्वपूर्ण हैं।
- देश में तार, टेलीफोन और डाक-सेवाओं के अलावा रेडियो, टेलीविजन, कम्प्यूटर और इन्टरनेट की सुविधाएँ संचार में क्रांति ला चुके हैं।
- भारत में रेलमार्ग की कुल लंबाई 63 हजार 327 किमी. है।।
- प्रशासनिक सुविधा के लिए भारतीय रेलवे को 16 क्षेत्रों में बाँटा गया है। इनमें उत्तर रेलवे सबसे बड़ा और उत्तर-पूर्वी सीमांत रेलवे सबसे छोटा क्षेत्र है।
- तेल एवं प्राकृतिक गैसों का परिवहन पाइप लाइनों के द्वारा होता है।