Bihar Board Class 6 Social Science Solutions Geography Hamari Duniya Bhag 1 Chapter 5 दिशाएँ Text Book Questions and Answers, Notes.
BSEB Bihar Board Class 6 Social Science Geography Solutions Chapter 5 दिशाएँ
Bihar Board Class 6 Social Science दिशाएँ Text Book Questions and Answers
अभ्यास
बताइएप्रश्न –
प्रश्न 1.
आपके स्कूल के उत्तर दिशा में क्या है ?
उत्तर-
हमारे स्कूल के उत्तर दिशा में एक पेड़ है। यह पेड़ सड़क के किनारे हैं जहाँ से अपने घर से स्कूल और स्कूल से घर तक आने-जाने का सबसे अच्छा रास्ता है।
प्रश्न 2.
ध्रुवतारा किस दिशा में नजर आता है?
उत्तर-
ध्रुवतारा पूरब से पश्चिम दिशा, पश्चिम से पूरब दिशा में नजर आता है।
प्रश्न 3.
दिशासूचक यंत्र का उपयोग कर दिशा की जानकारी कैसे करते हैं?
उत्तर-
दिशासूचक यंत्र में एक सूई लगी रहती है जिसके दोनों छोर में चुम्बकीय शक्ति होने के कारण ये हमेशा उत्तरी ध्रुव और दक्षिणी ध्रुव के तरफ घुमता है और यह दिशा को दर्शाता है। अतः दिशासूचक यंत्र का उपयोग कर हम दिशा की जानकारी प्राप्त करते हैं।
प्रश्न 4.
आपका घर विद्यालय से किस दिशा में है?
उत्तर-
हमारा घर विद्यालय से उत्तर दिशा में है।
प्रश्न 5.
आपके मित्रों के घर विद्यालय से किन-किन दिशाओं में है ?
उत्तर-
हारे मित्रों के घर विद्यालय से पूरब, दक्षिण और पश्चिम दिशाओं में है।
प्रश्न 6.
आपके विचार से आपके गाँव/मुहल्ले को सुंदर बनाने के लिए किस-किस परिवर्तन की जरूरत है?
उत्तर-
छात्र शिक्षक की सहायता से स्वयं करें।
प्रश्न 7.
इस परिवर्तन से वहाँ के मानचित्र में क्या-क्या परिवर्तन आएगा?
उत्तर-
छात्र शिक्षक की सहायता से स्वयं करें।
क्रियाकलाप
प्रश्न 1.
भारत के नक्शे में विभिन्न दिशाओं में स्थित स्थानों की पहचान कर दिशाओं के सामने उनका नाम अंकित कीजिए।
उत्तर-
उत्तर – हिमालय
- दक्षिण – हिन्द महासागर
- पूरब – बंगाल की खाड़ी
- पश्चिम – अरब सागर
Bihar Board Class 6 Social Science दिशाएँ Notes
पाठ का सारांश
रोहित के पिता फोन पर अपने मित्र को घर का पता बता रहे थे लेकिन रोहित के पिताजी को बात समझ में न आई। वह पिताजी से पूछा-पिताजी, क्या अंकल घर पहुँच जाएँगे? तब उनके पिताजी ने ऐसा चित्र बनाया जिससे रोहित को अब लगने लगा कि इस चित्र के द्वारा अब वह भी घर से स्टेशन जा सकता है और स्टेशन से घर आ सकता है।
वह अपने गाँव का चित्र बनाने के लिए अपने गुरुजी से पूछा । गुरुजी ने कहा-यह बहुत आसान काम नहीं है लेकिन इसके पहले हमें कुछ बातों “की जानकारी लेनी होगी। उन्होंने सभी बच्चों को एक पंक्ति में खड़ा करके
- पूछा कि सभी अपना मुँह पूरब की ओर किये हैं ?
- आपका बायाँ हाथ किस दिशा में है?
- आपका दायाँ हाथ किस दिशा की ओर है?
- आपकी पीठ किस दिशा में है ?
- सामुदायिक भवन किस दिशा में है?
- पेड़ किस दिशा में है?
अगर आप अपनी पीठ सूर्य की ओर कर लें तो आपके किस दिशा में कौन-कौन-सी चीज होगी?
अब उन्होंने सभी बच्चों को विभिन्न दिशाओं में खड़ा किया और बारी-बारी से एक-एक बच्चों को बीच में खड़ा कर पूछा –
- राखी सुमन से किस दिशा में खड़ी है ?
- गीता राधा से किस दिशा में खड़ी है?
- विजय के पूरब कौन खड़ा है?
- विक्टर के पश्चिम में कौन खड़ा है?
- नीतू के उत्तर में कौन खड़ा है?
- गोविन्द के सबसे दक्षिण में कौन है?
बच्चे जल्दी से एवं ठीक-ठीक जवाब देने लगे।
तब गुरु जी ने बच्चों को समझाया कि उगते सूर्य की ओर मुँह कर खड़ा होने पर सामने पूरब दिशा, पीछे पश्चिम दिशा, बायीं हाथ की ओर उत्तर दिशा एवं दाहिनी हाथ की ओर दक्षिण दिशा होती है। उन्होंने बच्चों को मानचित्र दिखाया और बताया-ठीक इसी प्रकार, मानचित्रों के सामने खड़ा होने पर ऊपर की तरफ उत्तर, नीचे की तरफ दक्षिण, दायीं ओर पूरब और बायीं ओर पश्चिम दिशा होती है। उन्होंने बच्चों से पूछा-भारत के चारों दिशाओं में क्या है ?
बच्चों ने बताया-पूरब में बंगाल की खाड़ी, पश्चिम में अरब सागर, उत्तर में हिमालय तथा दक्षिण में हिन्द महासागर है।
उन्होंने बच्चों से कहा-जब आप किसी स्थान का मानचित्र बनाएँगे तो उसमें वस्तुओं की दिशा के हिसाब से ही उसे मानचित्र में सही दिशा में अंकित करना चाहिए। उन्होंने कहा कि कल मैं आपको मानचित्र बनाना सिखाऊँगा और कक्षा से बाहर चले गये।
इस प्रकार हमें सभी दिशाओं के बारे में जानकारी मिली।