Bihar Board Class 9 Social Science Solutions Political Science राजनीति विज्ञान : लोकतांत्रिक राजनीति भाग 1 Chapter 4 चुनावी राजनीति Text Book Questions and Answers, Additional Important Questions, Notes.
BSEB Bihar Board Class 9 Social Science Political Science Solutions Chapter 4 चुनावी राजनीति
Bihar Board Class 9 Political Science चुनावी राजनीति Text Book Questions and Answers
वस्तुनिष्ठ प्रश्न
बहुविकल्पीय प्रश्न
प्रश्न 1.
चुनाव का मतलब है
(क) पैसा कमाना
(ख) राजनीतिक प्रतिस्पर्धा
(ग) राजनीतिक खेल
(घ) इनमें से कोई नहीं
उत्तर-
(ख) राजनीतिक प्रतिस्पर्धा
प्रश्न 2.
लोकतांत्रिक देश में क्या नियमित होता है ?
(क) युद्ध
(ख) आपसी संघर्ष
(ग) चुनाव
(घ) खेती
उत्तर-
(ग) चुनाव
प्रश्न 3.
लोकसभा में सीटों की संख्या निम्नलिखित में से क्या है ?
(क) 500
(ख) 520
(ग) 525
(घ) 543
उत्तर-
(घ) 543
प्रश्न 4.
बिहार विधान सभा में विधायकों की सीटें हैं
(क) 243
(ख) 253
(गे) 250
(घ) 153
उत्तर-
(क) 243
प्रश्न 5.
लोकसभा में अनुसूचित जन जातियों के लिए कितनी सीटें आरक्षित
(क) 60
(ख) 41
(ग) 40
(घ) 20
उत्तर-
(ख) 41
प्रश्न 6.
लोकसभा एवं विधान सभा के उम्मीदवार होने के लिए न्यूनतम आयु सीमा क्या है ?
(क) 20 वर्ष
(ख) 18 वर्ष
(ग) 21 वर्ष
(घ) 25 वर्ष
उत्तर-
(क) 20 वर्ष
प्रश्न 7.
चुनावी मतदाता होने के लिए कम से कम आयु कितनी होनी’ चाहिए?
(क) 18 वर्ष
(ख) 21 वर्ष
(ग) 25 वर्ष
(घ) 30 वर्ष
उत्तर-
(क) 18 वर्ष
प्रश्न 8.
1971 ई० में कांग्रेस पार्टी ने चुनाव प्रचार में नारा दिया था.
(क) लोकतंत्र बचाओ
(ख) तेलगू स्वाभिमान
(ग) गरीबी हटाओ
(घ) अमीरी मिटाओ
उत्तर-
(ग) गरीबी हटाओ
प्रश्न 9.
1977 ई. में जनता पार्टी ने देशभर में नारा दिया था
(क) गरीबी मिटाओ
(ख) गरीबी हटाओ
(ग) अमीरी मिटाओ
(घ) लोकतंत्र बचाओ
उत्तर-
(घ) लोकतंत्र बचाओ
प्रश्न 10.
एक विधान सभा का उम्मीदवार वैधानिक ढंग से अपने चुनाव अभियान में अधिकतम कितनी धनराशि खर्च कर सकता है ?
(क) 5 लाख
(ख) 10 लाख
(ग) 15 लाख
(घ) 20 लाख
उत्तर-
(ख) 10 लाख
प्रश्न 11.
एक लोकसभा का उम्मीदवार वैधानिक ढंग से अपने चुनाव अभियान में अधिकतम कितनी धनराशि खर्च कर सकता है ?
(क) 5 लाख
(ख) 8 लाख
(ग) 20 लाख
(घ) 25 लाख
उत्तर-
(घ) 25 लाख
प्रश्न 12.
लोकसभा के चुनाव हेतु सम्पूर्ण भारत को कितने निर्वाचन क्षेत्रों में बाँटा गया है ?
(क) 250
(ख) 324
(ग) 420
(घ) 543
उत्तर-
(क) 250
प्रश्न 13.
चुनाव प्रचार में निम्नलिखित में से किस पर प्रतिबंध नहीं है ?
(क) धर्म के नाम पर प्रचार
(ख) सरकारी वाहन का प्रयोग
(ग) सरकार को नीतिगत फैसला करना
(घ) सीधा-सादा प्रचार
उत्तर-
(क) धर्म के नाम पर प्रचार
प्रश्न 14.
लोकसभा में अनुसूचित जातियों के लिए कितनी सीटें आरक्षित हैं ?
(क) 70
(ख) 72
(ग) 75
(घ) 79
उत्तर-
(घ) 79
प्रश्न 15.
बिहार विधानसभा में अनुसूचित जनजातियों के लिए कितनी सीटें आरक्षित हैं ?
(क) 5
(ख) 8
(ग) 0 (शून्य)
(घ) 10
उत्तर-
(घ) 10
रिक्त स्थान की पूर्ति करें :
प्रश्न 1.
राजनीतिक पार्टियों के बीच ………….. होता है।
उत्तर-
प्रतिस्पर्धा
प्रश्न 2.
अगर प्रतिस्पर्धा नहीं रहे तो चुनाव ………….हो जायेंगे।
उत्तर-
बेमानी
प्रश्न 3.
नियमित अंतराल पर चुनावी मुकाबलों का लाभ ……………………….. और नेताओं को मिलता है।
उत्तर-
राजनीतिक दलों
प्रश्न 4.
लोकतांत्रिक चुनाव की यह विशेषता है कि हर वोट को ……………….. .. का आधार बनाया जाता है। ..
उत्तर-
मूल्य
प्रश्न 5.
निर्वाचन क्षेत्र परिसीमन के लिए जनसंख्या एवं …………………. …. का आधार बनाया जाता है।
उत्तर-
क्षेत्रफल
प्रश्न 6.
महिलाओं के लिए आरक्षित सीटों पर सिर्फ ………………. . चुनाव लड़ सकती
उत्तर-
महिलाएँ
प्रश्न 7.
भारत में चुनाव प्रचार के लिए आमतौर पर ……………… . का समय दिया जाता है।
उत्तर-
दो सप्ताह
प्रश्न 8.
…………….. में आन्ध्र प्रदेश में तेलगू स्वाभिमान का नारा दिया गया था।
उत्तर-
1983
प्रश्न 9.
……………. में झारखंड में ‘झारखंड बचाओ’ का नारा दिया गया था।
उत्तर-
2000
प्रश्न 10.
भारतीय संविधान ने चुनावों की निष्पक्षता की जाँच के लिए स्वतंत्र चुनाव ………. का गठन किया है।
उत्तर-
आयोग
प्रश्न 11.
चुनाव आयोग को …………….. कहते हैं उत्तर-भारतीय निर्वाचन आयोग
प्रश्न 12.
चुनाव का स्वतंत्र और निष्पक्ष होने का आखिरी पैमाना उसके …………. हैं।
उत्तर-
नतीजे
प्रश्न 13.
नगर परिषद् से चुने गए प्रतिनिधियों को नगर …………….. कहते हैं।
उत्तर-
पार्षद
प्रश्न 14.
गाँवों में आप कहते सुनेंगे कि …………….. ने हमारे घरों को बाँट दिया है।
उत्तर-
पार्टी-पॉलिटिक्स
प्रश्न 15.
चुनाव के लिए राजनीतिक दल अपने उम्मीदवारों के नामों की ……………… करते हैं।
उत्तर-
घोषणा
अतिलघु उत्तरीय प्रश्न
प्रश्न 1.
मताधिकार किसे कहते हैं ?
उत्तर-
राज्य की ओर से नागरिकों को जो मत देने का अधिकार दिया गया है उसे मताधिकार कहते हैं।
प्रश्न 2.
मतदान का क्या अर्थ है ?
उत्तर-
निर्वाचन के समय कोई व्यक्ति उसमें भाग लेकर अपने मत का प्रयोग करते हैं उसे मतदान कहते हैं।
प्रश्न 3.
मतदाता किसे कहते हैं ?
उत्तर-
चुनाव में मतदान करनेवाले व्यक्ति को मतदाता कहते हैं।
प्रश्न 4.
चुनाव का प्रमुख उद्देश्य क्या है ?
उत्तर-
जनता अपनी पसंद के प्रतिनिधियों का चुनाव करे।
प्रश्न 5.
चुनाव नियमित रूप से क्यों होना चाहिए?
उत्तर-
इसलिए ताकि मतदाताओं को अपनी पसंद के अनुसार प्रतिनिधियों का चुनाव करने का अवसर मिलता रहे।
प्रश्न 6.
चुनाव चिह्न का क्या महत्व होता है ? .
उत्तर-
भारत के अधिकांश मतदाता अनपढ़ हैं जिस कारण मतदाता चुनाव चिह्न को पहचान कर अपनी पसंद से मतदान कर सकें।
प्रश्न 7.
लोकतांत्रिक देश में चुनाव से क्या अभिप्राय है ? ।
उत्तर-
लोकतांत्रिक देश में चुनाव वास्तव में लोकतंत्र का आधार है। चुनाव के द्वारा ही लोकतंत्र में प्रत्याशी चयनित किए जाते हैं।
प्रश्न 8.
मतदान केन्द्रों पर चुनाव सम्पन्न करने का उत्तरदायित्व किस पर होता है ?
उत्तर-
पीठासीन पदाधिकारी पर ।
प्रश्न 9.
मतदाताओं की अंगुली पर एक अमिट स्याही क्यों लगा दी जाती है?
उत्तर-
ताकि वह दुबारा वोट न दे सके।
प्रश्न 10.
भारतीय चुनाव प्रणाली की एक विशेषता को लिखें।
उत्तर-
नियमित चुनाव प्रणाली ।
प्रश्न 11.
मुख्य चुनाव आयुक्त की नियुक्ति कौन करता है ?
उत्तर-
राष्ट्रपति ।
प्रश्न 12.
भारत का चुनाव आयोग कैसा है ?
उत्तर-
काफी शक्तिशाली और स्वतंत्र ।
प्रश्न 13.
किन लोगों को मताधिकार नहीं दिया गया है ?
उत्तर-
गंभीर प्रकार के अपराधी, पागल एवं दिवालिया को मताधिकार नहीं दिया गया।
प्रश्न 14.
निर्वाचन क्षेत्र क्या है ?
उत्तर-
एक खास भौगोलिक क्षेत्र जहाँ से मतदाता एक प्रतिनिधि का चुनाव करते हैं।
प्रश्न 15.
आदर्श चुनाव आचार संहिता क्या है ?
उत्तर-
चुनाव की अधिसूचना के पश्चात् पार्टियाँ और उम्मीदवारों द्वारा अनिवार्य रूप से माने जाने वाले कायदे-कानून और दिशा-निर्देश को आचार संहिता कहते हैं।
लघु उत्तरीय प्रश्न
प्रश्न 1.
भारत में मतदाता की कौन-सी तीन योग्यताएँ होनी चाहिए ?
उत्तर-
- वह भारत का नागरिक हो ।
- उसकी आयु कम से कम 18 वर्ष होनी चाहिए।
- मतदाता सूची में उसका नाम हो ।
प्रश्न 2.
भारत में संसदीय चुनाव के उम्मीदवार की कोई तीन योग्यताएँ बताएँ।
उत्तर-
- वह भारत का नागरिक हो ।
- उसकी आयु कम-से-कम 25 वर्ष होनी चाहिए और राज्य सभा का चुनाव लड़ने के लिए कम-से-कम उसकी उम्र 30 वर्ष होनी चाहिए।
- गंभीर आपराधिक मामले उसके खिलाफ न चल रहे हों।
प्रश्न 3.
चुनाव प्रणाली क्या है ?
उत्तर-
भारत एक लोकतांत्रिक देश है । यहाँ शासन का संचालन जनता के प्रतिनिधियों के द्वारा होता है। सर्वप्रथम जनता अपने प्रतिनिधियों का चुनाव करती है, उसके बाद निर्वाचित प्रतिनिधि देश की संसद या राज्य के विधान मंडलों में पहुँचकर जनता की सेवा करते हैं। प्रतिनिधियों को चुनने के लिए जो संवैधानिक प्रणाली होती है उसे चुनाव प्रणाली कहते हैं।
प्रश्न 4.
चुनाव को आवश्यक क्यों माना गया है ?
उत्तर-
लोकतांत्रिक देश में यह जानने के लिए कि उनका प्रतिनिधि जो शासन चला रहे हैं, वे लोगों के अनुरूप शासन कर रहे हैं अथवा नहीं। ये प्रतिनिधि लोगों को पसंद है कि नहीं। इन्हीं बातों की जानकारी के लिए चुनाव आवश्यक है। इसके लिए ऐसी व्यवस्था की जरूरत है जिससे लोग नियमित अंतराल पर अपने प्रतिनिधियों को चुन सकें और इच्छानुसार उन्हें बदल सकें। इस व्यवस्था का नाम चुनाव है । इसलिए आज के समय में लोकतंत्र में चुनाव को जरूरी माना गया है।
प्रश्न 5.
राजनैतिक प्रतिस्पर्धा से आमलोगों पर क्या प्रभाव पड़ता है ?
उत्तर-
राजनैतिक प्रतिस्पर्धा नुकसानदायी है। हर गाँव घर में बँटवारे जैसी स्थिति पैदा हो जाती है। लोग आपस में बातचीत करते हुए कहते हैं कि ‘पार्टी पॉलिटिक्स’ ने हमारे घरों को बाँट दिया है। विभिन्न दलों के लोग एक दूसरे के खिलाफ आरोप लगाते हैं। चुनाव जीतने के लिए तरह-तरह के हथकंडे अपनाते हैं। चुनाव जीतने की होड़ में सही किस्म की राजनीति बलि चढ़ जाती है। इसका नतीजा यह होता है कि अच्छे लोग जो देश एवं समाज की राजनीति में सेवा भावना से आना चाहते हैं, उन्हें घोर निराशा होती है।
प्रश्न 6.
क्या हमारे देश में चुनाव लोकतांत्रिक है ?
उत्तर-
हमारे देश में चुनाव लोकतांत्रिक हैं। इसके निम्नलिखित प्रमाण हैं-
- अपने देश में लोकसभा और विधानसभाओं के चुनाव हर पाँच साल बाद होते हैं। इस प्रकार जो प्रतिनिधि चुनकर जाते हैं, उनका कार्यकाल पाँच वर्षों का होता है ।
- हर पाँच वर्षों बाद लोकसभा और विधान सभाएँ भंग हो जाती हैं ।
- फिर सभी चुनाव क्षेत्रों में एक ही दिन अथवा एक छोटे अंतराल पर अलग-अलग दिन चुनाव होते हैं । इसे आम चुनाव कहते हैं।
इस प्रकार भारत में चुने हुए प्रतिनिधि ही शासन चलाते हैं और हर पाँच साल पर उन्हें चुनाव जीतना पड़ता है अन्यथा सत्ता हाथ से निकल जाती है। इस तरह यह लोकतांत्रिक व्यवस्था को सिद्ध करता है।
प्रश्न 7.
निर्वाचन क्षेत्र क्या है ? इसके निर्माण का क्या आधार है ?
उत्तर-
चुनाव के उद्देश्य से देश को जनसंख्या के हिसाब से कई क्षेत्रोंमें बाँट दिया जाता है। इन्हें निर्वाचन क्षेत्र कहा जाता है। एक क्षेत्र में रहने वाले मतदाता अपने एक प्रतिनिधि का चुनाव करते हैं। जिस प्रकार बिहार में विधायक चुनने के लिए 243 निर्वाचन क्षेत्रों में बाँटा गया है, उसी प्रकार लोकसभा चुनाव के लिए देश को 543 निर्वाचन क्षेत्रों में बाँटा गया है। निर्वाचन क्षेत्र परिसीमन के लिए जनसंख्या एवं क्षेत्रफल को आधार बनाया जाता है। इस प्रकार एक खास भौगोलिक क्षेत्र जहाँ से मतदाता एक प्रतिनिधि का चुनाव करते हैं उसे ही निर्वाचन क्षेत्र कहते हैं।
प्रश्न 8.
संविधान निर्माताओं ने कमजोर वर्गों के लिए आरक्षित क्षेत्र की बात क्यों सोची?
उत्तर-
हमारे संविधान निर्माताओं ने कमजोर वर्गों के लिए आरक्षित क्षेत्र की विशेष व्यवस्था करने की बात सोची । हमारे संविधान निर्माता इस बात से चिंतित थे कि इस खुले मुकाबले में सामाजिक और राजनीतिक दृष्टि से कमजोर समूहों के लिए लोकसभा एवं विधान सभाओं में शायद नहीं पहुंच पायें । ऐसा इसलिए कि उनके पास चुनाव लड़ने और जीतने लायक जरूरी संसाधन, शिक्षा एवं संपर्क नहीं हो। यह भी संभव है कि संसाधन सम्पन्न एवं प्रतिभाशाली लोग उनको चुनाव जीतने से रोक भी सकते हैं। अगर ऐसा होता है तो संसद एवं विधानसभाओं में एक बड़ी आबादी की आवाज पहुँच नहीं पायेगी । इससे हमारे लोकतांत्रिक व्यवस्था का स्वरूप कमजोर होगा और यह व्यवस्था कम लोकतांत्रिक होगी। इसलिए संविधान निर्माताओं ने ऐसा किया।
प्रश्न 9.
भारत में कौन ऐसा राज्य है जहाँ स्थानीय निकायों में महिलाओं के लिए आधी सीटें आरक्षित कर दी गयीं हैं ?
उत्तर-
सम्पूर्ण भारतवर्ष में बिहार पहला राज्य है जिसने महिलाओं को कमजोर समूह का हिस्सा मानते हुए उनके लिए पंचायतों, नगरपालिकाओं एवं नगर निगमों में आधी सीटें आरक्षित कर दिया है। इन आधी सीटों में कुछ सीटें अनुसूचित जातियों एवं पिछड़े वर्ग की महिलाओं के लिए आरक्षित हैं। महिलाओं के लिए आरक्षित सीटों पर सिर्फ महिलाएँ चुनाव लड़ सकती हैं। इनमें सामान्य एवं पिछड़े वर्ग की सीटों के लिए उसी समूह की महिलाएँ चुनाव में उम्मीदवार हो सकती हैं।
प्रश्न 10.
मतदाता सूची का क्या तात्पर्य है ?
उत्तर-
लोकतांत्रिक चुनाव में मतदान की योग्यता रखने वालों की सूची चुनाव से काफी पहले तैयार कर ली जाती है और इसे सर्वसुलभ बना दिया जाता है। इस सूची को आधारित रूप से मतदाता सूची कहते हैं, इसे ही ‘वोटर लिस्ट’ भी कहते हैं। मतदाता सूची का निर्माण एक महत्वपूर्ण कार्य है। इसके बिना चुनाव संभव नहीं।
प्रश्न 11.
चुनाव आयोग ने मतदाताओं की सही पहचान के लिए कितने प्रकार के पहचानों को वैध माना है ?
उत्तर-
चुनाव आयोग ने पहचान के तौर पर 14 प्रकार के पहचानों की वैद्यता स्वीकार की है। जैसे मतदाता का राशन कार्ड, बिजली बिल, ड्राइविंग लाइसेंस, टेलीफोन बिल, पैन कार्ड आदि । पिछले कुछ वर्षों से चुनावों में फोटो पहचान पत्र की व्यवस्था लागू की गई है । फोटो पहचान कार्य अभी भी जारी है।
प्रश्न 12.
चुनाव का प्रमुख उद्देश्य क्या है ?
उत्तर-
चुनाव का प्रमुख उद्देश्य यह होता है कि लोग अपनी पसंद के प्रतिनिधियों का चुनाव कर सकें। सरकार बनाने में सहभागी बन सकें। इसके लिए जरूरी है कि लोग जानें कि कौन प्रतिनिधि बेहतर है, कौन पार्टी अच्छी सरकार देगी या किसकी नीति कल्याणकारी है ।
प्रश्न 13.
वे कौन-कौन से ऐसे प्रतिबंधित कार्य हैं जिन्हें चुनाव के समय उम्मीदवार या पार्टी नहीं कर सकती ? अथवा, किस स्थिति में चुनाव रद्द घोषित हो सकता है ?
उत्तर-
निम्नलिखित कार्य प्रतिबंधित हैं
- मतदाताओं को प्रलोभन देना, घूस देना या धमकी देना।
- चुनाव अभियान में सरकारी संसाधनों जैसे-सरकारी गाड़ियों का प्रयोग।
- लोकसभा चुनाव में एक निर्वाचन क्षेत्र में 25 लाख और विधानसभा चुनाव में 10 लाख रुपये से ज्यादा खर्च आदि ।
कोई भी उम्मीदवार इनमें से किसी मामले में दोषी पाए जायेंगे तो उनका चुनाव रद्द घोषित हो सकता है।
प्रश्न 14.
चुनाव के समय ‘आदर्श-आचार संहिता’ लागू होती है। वह क्या है?
उत्तर-
कुछ कानूनों के अतिरिक्त राजनीतिक दलों को चुनाव प्रचार में ‘आदर्श-आचार संहिता’ लाग होती है जिसे स्वीकार करना पड़ता है। वे निम्नलिखित हैं
- चुनाव प्रचार के लिए किसी धर्म अथवा धर्मस्थल का उपयोम नहीं करना ।
- सरकारी वाहन, विमान अथवा सरकारी कर्मियों का चुनाव में उपयोग नहीं करना।
- चुनाव की अधिसूचना के बाद सरकार के द्वारा किसी बड़ी योजना का शिलान्यास अथवा कोई नीतिगत फैसला, लोगों को सुविधाएँ देने वाले वायदे नहीं किये जा सकते हैं।
प्रश्न 15.
चुनाव घोषणा पत्र क्या है ?
उत्तर-
हाल ही में सर्वोच्च न्यायालय ने निर्देश दिया कि प्रत्येक उम्मीदवार को अपने बारे में कुछ ब्यौरे देते हुए घोषणा करनी होगी। प्रत्येक उम्मीदवार को इन मामलों के सारे विवरण देने होते हैं
- उम्मीदवार के खिलाफ चल रहे गंभीर आपराधिक मामले ।
- उम्मीदवार और उसके परिवार के सदस्यों की सम्पत्ति और सभी देनदारियों का ब्यौरा।
- उम्मीदवार की शैक्षिक योग्यता ।
प्रश्न 16.
चुनाव अभियान पर अपना विचार व्यक्त करें।
उत्तर-
चुनाव अभियान निर्वाचन प्रक्रिया में एक महत्वपूर्ण स्थान रखता है। चुनाव की तिथि की घोषणा हो जाने के साथ ही चुनाव अभियान आरम्भ हो जाता है । अपने देश में चुनाव प्रसार के लिए आम तौर पर दो सप्ताह का समय दिया जाता है। यह समय चुनाव अधिकारी तथा उम्मीदवारों के अंतिम सूची और मतदान के तिथि के बीच का होता है। इस अंतराल में उम्मीदवार लोगों से व्यक्तिगत सम्पर्क करते हैं, छोटी-छोटी सभाएँ करते हैं, अखबारों एवं टी.वी. चैनलों द्वारा विभिन्न राजनीतिक दल चुनाव प्रचार करते हैं । चुनाव अभियान में राजनीतिक दल किसी-न-किसी मोहक नारे द्वारा लोगों को आकर्षित करते हैं। जैसे 1971 ई. में काँग्रेस पार्टी ने गरीबी हटाओ का नारा दिया था । 1977 ई० में जनता पार्टी ने देश भर में लोकतंत्र बचाओ’ का नारा दिया था। इस तरह उम्मीदवारों का चुनाव अभियान चलता है।
प्रश्न 17.
चुनाव में प्रयोग होनेवाले मशीन का क्या नाम है ? यह कैसे कार्य करता है?
उत्तर-
मतदान को और अधिक पारदर्शी बनाने के लिए एक मशीन का प्रयोग किया जाता है जिसे ‘इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीन’ कहा जाता है। मशीन के ऊपर उम्मीदवार के नाम और उनके चुनाव चिह्न बने होते हैं । मतदाता को जिस उम्मीदवार को वोट देना होता है उसके चुनाव चिह्न के आगे बने बटन को एक बार दबा देना होता है।
प्रश्न 18.
मत-पत्र क्या होता है ?
उत्तर-
चुनाव के समय चुनाव केन्द्र पर मतदाताओं को मत देने के लिए एक मतपत्र दिया जाता है जिस पर सभी उम्मीदवारों के नाम के साथ चुनाव चिह्न भी अंकित रहता है जिस पर वे अपनी पसंद के उम्मीदवार को अपना मोहर लगाते हैं । अब मतपत्र के स्थान पर ‘इलेक्ट्रॉनिक वाटिंग मशीन’ का प्रयोग होता है।
प्रश्न 19.
मतदान केन्द्र के चुनाव अधिकारी एवं पीठासीन पदाधिकारी के कार्यों का परिचय दीजिए।
उत्तर-
चुनाव अधिकारी को चुनाव आयुक्त द्वारा नियुक्त किया जाता है । मतदान केन्द्र पर चुनाव को सम्पन्न करने के लिए सरकार द्वारा इनकी नियुक्ति होती है। जब मतदाता केन्द्र पर जाता है तो चुनाव अधिकारी उसे पहचान कर उसकी अंगुली पर एक अमिट स्याही लगा देता है ताकि वह दुबारा मत डालने न आ सके । मतदान की समाप्ति पर सभी बैलेट.बॉक्सों अथवा वोटिंग मशीनों का सील बंद कर चुनाव आयोग द्वारा निर्धारित एवं सुरक्षित स्थान पर पहुँचाया
जाता है । फिर एक निश्चित एवं घोषित तारीख को मतों की गिनती शुरु की जाती है।
प्रश्न 20.
भारत में चुनाव परिणामों को स्वीकार करने की बाध्यता है । क्यों ?
उत्तर-
भारत में चुनाव निष्पक्ष और स्वतंत्र ढंग से होता है। लोग चुनावी नतीजों को स्वीकार करने की मूल बाध्यता है या मूल पैमाना है। बड़े-बड़े नेता भी चुनाव हार जाते हैं। 2009 में रामविलास पासवान जैसे दिग्गज नेता भी चुनाव हार गए। यही लोकतंत्र का तकाजा है । निर्वाचन आयोग के सशक्त पर्यवेक्षक, राष्ट्रीय एवं अन्तर्राष्ट्रीय मीडिया भी चुनाव परिणामों की वैधता पर कड़ी नजर रखते हैं। यही कारण है कि चुनाव परिणाम घोषित होने पर उम्मीदवार उसे स्वीकार कर लेता है, यह संवैधानिक बाध्यता भी है।
प्रश्न 21.
‘री-पोलिंग’ किसे कहते हैं ?
उत्तर-
चुनाव आयोग द्वारा यह बात भी महत्वपूर्ण है कि अगर चुनाव अधिकारी किसी मतदान केन्द्र पर या पूरे चुनाव क्षेत्र में मतदान ठीक ढंग .. से नहीं होने के पुख्ता प्रमाण देते हैं तो वहाँ ‘री पोलिंग’ का पुनर्मतदान होता है।
प्रश्न 22.
भारतीय चुनाव में भागीदारी पर एक टिप्पणी लिखें।
उत्तर-
चुनाव में लोगों की भागीदारी का पैमाना अक्सर मतदान करनेवालों के आँकड़ों को बनाया जाता है। इससे पता लग जाता है कि मतदान की योग्यता रखनेवाले कितने मतदाताओं ने वास्तविक मतदान किया। पिछले 50 वर्षों में जहाँ यूरोप, उत्तरी अमरीका के लोकतांत्रिक देशों में मतदान का प्रतिशत गिरा है, वही भारत में या तो स्थिर रहा है अथवा ऊपर गया है।
भारत में अमीर एवं बड़े लोगों की तुलना में गरीब, निरक्षर और – कमजोर लोग अधिक संख्या में मतदान करते हैं। जबकि अमरीका में
गरीब लोग, अफ्रीकी मूल के लोग अमीर एवं श्वेत लोगों की तुलना में काफी कम मतदान करते हैं।
प्रश्न 23.
उप चुनाव क्या है ?
उत्तर-
जब किसी सदस्य की मृत्यु या इस्तीफे के कारण संसहीय या विधान सभा क्षेत्र खाली होता है तो उसे भरने के लिए पुनः मतदान होता है। इस प्रकार के चुनाव को उप चुनाव कहते हैं।
प्रश्न 24.
मध्यावधि चुनाव क्या है ?
उत्तर-
कभी-कभी सरकार अल्पमत के कारण लोकसभा या विधानसभा में विश्वासमत हासिल करने में विफल हो जाती हैं, तब वैसी स्थिति में मध्यावधि चुनाव होता है। ऐसी स्थिति में यह मध्यावधि चुनाव आम चुनाव बन जाता है।
दीर्घ उत्तरीय प्रश्न
प्रश्न 1.
चुनाव को लोकतांत्रिक मानने के क्या आधार हैं ?
उत्तर-
लोकतांत्रिक चुनावों के लिए कुछ जरूरी न्यूनतम शर्ते हैं। वे निम्नलिखित हैं –
- सभी को मत देने का अधिकार हो और सभी के मत का समान मूल्य हो।
- चुनाव में विकल्प की गुंजाइश हो । पार्टियों और उम्मीदवारों को चुनाव में भाग लेने की आजादी हो और वें मतदाताओं के लिए विकल्प पेश करें।
- चुनाव का अवसर नियमित अंतराल पर मिलता रहे ।
- चुनाव स्वतंत्र और निष्पक्ष ढंग से सम्पन्न हो ताकि लोग अपनी इच्छा से उम्मीदवार का चुनाव कर सकें।
ये शर्ते सरल लगती हैं, लेकिन दुनिया में ऐसे अनेक देश हैं जहाँ के चुनावों में इन न्यूनतम शर्तों को पूरा नहीं किया जाता । भारत में इन शर्तों को पूरा किया जाता है। अतः यहाँ का चुनाव लोकतांत्रिक है।
प्रश्न 2.
राजनीतिक प्रतिस्पर्धा का क्या अर्थ है ?
उत्तर-
चुनाव प्रतिस्पर्धा का खेल है। चुनाव के समय में विभिन्न दलों के उम्मीदवार एवं नेता अपने दल या अपनी सरकार की नीतियों का जमकर प्रचार-प्रसार करते हैं । विभिन्न प्रकार के लुभावने नारे भी देते हैं
ताकि आम जनता प्रभावित हो। जनता उसी को अपना नेता चुनती है जिनसे कल्याण की अपेक्षा की जाती है, जिसमें लोगों की सेवा करने वाले राजनेताओं को जीत मिले तथा ऐसा नहीं करने वालों को हार मिले इस का फैसला जनता करती है। चुनावी प्रतिस्पर्धा का ग्रही वास्तविक अर्थ है । नियमित अंतराल पर चुनावी मुकाबलों का लाभ राजनीतिक दलों को मिलता है। इससे इन्हें यह भी पता चलता है कि अगर नेताओं ने लोगों की समस्याओं के समाधान में रुचि नहीं दिखाई तो लोग उन्हें स्वीकार नहीं करेंगे और लोग उन्हें पराजित कर देंगे। वैसे नेता चुनाव जीत जाते हैं जो आम समस्या से अधिक व्यक्तियों को खुश रखने में विश्वास रखते हैं।
लेकिन राजनीतिक प्रतिस्पर्धा सिर्फ चुनाव के लिए नहीं बल्कि लोकतंत्र के लिए भी हितकर है।
प्रश्न 3.
भारत में चुनाव कितना लोकतांत्रिक है ? स्पष्ट करें।
उत्तर-
चुनाव परिणामों की घोषणा के बाद चुनाव में गड़बड़ियों की सूचना मिलती है। अगर ये गड़बड़ियाँ चुनाव में पाई जाती हैं तो उस चुनाव को लोकतांत्रिक नहीं कहेंगे।
कुछ गड़बड़ियाँ इस प्रकार हैं-
- मतदाता सूची में फर्जी नाम डालने और वास्तविक नामों को गायब करने का मामला ।
- मतदाताओं को डराना और फर्जी मतदान करना ।
- सत्ताधारी दल द्वारा सरकारी सुविधाओं, धन, बल और अधिकारियों के दुरुपयोग।
- मतदान पूर्व मतदाताओं के बीच जाति व धर्म के नाम पर अफवाहें फैलाना या उनके बीच धन वितरित करना ।
चुनाव लोकतांत्रिक तभी होगा जब उपर्युक्त गड़बड़ियाँ न हों। इसके लिए निम्नलिखित शर्तों को पूरा करना जरूरी है –
- प्रत्येक मतदाता का मत बराबर हो ।
- प्रत्येक वयस्क नागरिक को वोट देने का अधिकार हो।
- चुनाव निश्चित अंतराल पर हो ।
- चुनाव स्वतंत्र और निष्पक्ष हो ।
अतः स्पष्ट है कि किसी चुनाव को लोकतांत्रिक तभी कहा जाएगा जब वे उपर्युक्त शर्तों का पालन करें।
प्रश्न 4.
चुनाव आयोग के महत्वपूर्ण कार्यों का उल्लेख करें।
उत्तर-
भारतीय संविधान ने चुनावों की निष्पक्षता की जाँच के लिए एक स्वतंत्र चुनाव आयोग का गठन किया है। जिसे ‘भारतीय निर्वाचन आयोग’ कहते हैं। इसके मुख्य चुनाव आयोग की नियुक्ति भारत के राष्ट्रपति करते हैं। इन्हें कार्यकाल के पहले कोई सरकार हटा नहीं सकती
दुनिया के शायद ही किसी चुनाव आयोग को भारत के चुनाव आयोग जितने अधिकार प्राप्त हैं। इनके अधिकार और कार्य इस प्रकार हैं
- मतदाता सूचियों को तैयार करना-चुनाव आयोग का महत्वपूर्ण कार्य संसद तथा राज्य विधानमंडलों के चुनाव के लिए मतदाता सूची तैयार करना है।
- चुनाव के लिए तिथि निश्चित करना-चुनाव आयोग विभिन्न चुनाव क्षेत्रों में चुनाव करवाने की तिथि निश्चित करता है । नामांकन पत्रों के दाखिले की अंतिम तिथि तथा नामांकन पत्रों की जाँच करने की तिथि घोषित करता है।
- चुनाव का निरीक्षण, निर्देशन तथा नियंत्रण-उपर्युक्त तीनों अधिकार चुनाव आयोग को प्राप्त हैं।
- चुनाव में तैनात अधिकारी सरकार के नियंत्रण में नहीं होते बल्कि निर्वाचन आयोग के अधीन कार्य करते हैं।
- चुनाव क्षेत्र में मतदान ठीक ढंग से नहीं होने के पुख्ता प्रमाण देते ही वहाँ पुनर्मतदान होता है, यह अधिकार चुनाव आयोग का हैं।
- चुनाव आयोग लगातार चुनाव सुधारों के काम में लगा हुआ है और लोगों की कठिनाइयों एवं चुनावी धांधलियों पर नियंत्रण रखने के लिए नये-नये उपाय कर रहा है । अब फोटो पहचान पत्र बनाने का कार्य अनवरत चल रहा है।
प्रश्न 5.
निर्वाचन आयोग ने बिहार विधान सभा के गठन (2005 ई.) की क्या अधिसूचना जारी की थी?
उत्तर-
बिहार में सन् 2005 ई. के आम चुनावों में आयोग काफी सक्रिय था। निर्वाचन आयोग ने बिहार विधान सभा के गठन की निम्नलिखित अधिसूचना जारी की
- चुनाव में मतदान के लिए फोटो पहचान पत्र अनिवार्य है।
- चुनाव आयोग ने सरकार के मंत्री को आदर्श चुनाव आचार संहिता के उल्लंघन के लिए दोषी करार दिया।
- निर्वाचन आयोग ने चुनाव खर्च पर नकेल कसी।
- राजनीतिक विज्ञापनों पर सेंसर अथवा रोक ।
- चुनाव के गुप्त खर्च पर चुनाव आयोग की नजर ।
- माननीय न्यायालय ने चुनाव आयोग से अपराधी उम्मीदवारों के चुनाव लड़ने पर नकेल कसने को कहा।
- चुनाव आयोग ने चुनाव के ऐन मौके पर जिले के कलेक्टर, एस.पी. को बदला ।
प्रश्न 6.
स्वतंत्र और निष्पक्ष चुनाव करवाने के लिए चुनाव आयोग को कौन-कौन से उचित कदम उठाने चाहिए?
उत्तर-
स्वतंत्र और निष्पक्ष चुनाव कराने के लिए चुनाव आयाग का निम्नलिखित कदम उठाने चाहिए
- निष्पक्ष चुनाव कराने के लिए चुनाव आयोग को ईमानदार तथा निष्पक्ष व्यक्तियों की नियुक्ति करनी चाहिए ।
- आदर्श आचार संहिता को सख्ती से लागू करना चाहिए।
- शांति व्यवस्था बनाए रखने के लिए पुलिस और सेना की सहायता लेनी चाहिए ताकि मतदाता निडर होकर अपने मत का प्रयोग कर सकें।
- चुनाव मूचियों की तैयारी व जाँच में सावधानी बरती जानी चाहिए।
- फर्जी मतदान पत्रों पर रोक लगनी चाहिए।
- चुनाव आयोग द्वारा जनता में मताधिकार के महत्व का प्रसार किया जाना चाहिए ताकि अधिक-से-अधिक मतदाता मतदान में भाग ले सकें।