BSEB Bihar Board Class 9 Science Solutions Chapter 6 ऊतक
Bihar Board Class 9 Science Solutions Chapter 6 ऊतक Textbook Questions and Answers, Additional Important Questions, Notes.
Bihar Board Class 9 Science ऊतक InText Questions and Answers
प्रश्न शृंखला # 01 (पृष्ठ संख्या 77)
प्रश्न 1.
ऊतक क्या है ?
उत्तर:
कोशिकाओं का ऐसा समूह जिसकी उत्पत्ति, संरचना एवं कार्य समान हों, ऊतक कहलाता है।
प्रश्न 2.
बहुकोशिकीय जीवों में ऊतकों का क्या उपयोग है?
उत्तर:
ऊतकों द्वारा अंग एवं अंगतन्त्रों का निर्माण होता है।
प्रश्न शृंखला # 02 (पृष्ठ संख्या 81)
प्रश्न 1.
प्रकाश-संश्लेषण के लिए किस गैस की आवश्यकता होती है ?
उत्तर:
प्रकाश-संश्लेषण के लिए कार्बन डाइ-ऑक्साइड गैस की आवश्यकता होती है।
प्रश्न 2.
पौधों में वाष्पोत्सर्जन के कार्यों का उल्लेख कीजिए।
उत्तर:
पौधों में वाष्पोत्सर्जन के प्रमुख कार्य इस प्रकार हैं –
- इसके द्वारा पौधों का तापमान नियन्त्रित रहता है। .
- यह पौधों के जल अवशोषण की क्रिया को प्रभावित करता है।
- इसके द्वारा पौधों को खनिज लवणों के अवशोषण एवं रसारोहण में सहायता मिलती है।
- वाष्पोत्सर्जन से फलों में शर्करा की मात्रा बढ़ जाती है।
प्रश्न श्रृंखला # 03 (पृष्ठ संख्या 83)
प्रश्न 1.
सरल ऊतकों के कितने प्रकार हैं ?
उत्तर:
सरल ऊतकों के तीन प्रकार हैं –
- पैरेन्काइमा
- कॉलेन्काइमा, तथा
- स्क्लेरेन्काइमा।
प्रश्न 2.
प्ररोह का शीर्षस्थ विभज्योतक कहाँ पाया | जाता है ?
उत्तर:
प्ररोह का शीर्षस्थ विभज्योतक जड़ों एवं तनों के वृद्धि वाले भाग में विद्यमान रहता है।
प्रश्न 3.
नारियल का रेशा किस ऊतक का बना होता है ?
उत्तर:
नारियल का रेशा स्क्लेरेन्काइमा ऊतक का बना होता है।
प्रश्न 4.
फ्लोएम के संघटक कौन-कौन से हैं ?
उत्तर:
फ्लोएम के चार संघटक हैं –
- चालनी नलिका
- सखी कोशिकाएँ
- फ्लोएम पैरेन्काइमा, तथा
- फ्लोएम रेशे।
प्रश्न शृंखला # 04 (पृष्ठ संख्या 87)
प्रश्न 1.
उस ऊतक का नाम बताएँ जो हमारे शरीर में गति के लिए उत्तरदायी है।
उत्तर:
पेशीय ऊतक हमारे शरीर में गति के लिए उत्तरदायी
प्रश्न 2.
न्यूरॉन देखने में कैसा लगता है ?
उत्तर:
न्यूरॉन तन्त्रिका तन्त्र की संरचनात्मक एवं क्रियात्मक इकाई है। इसमें प्रमुख रूप से दो भाग होते हैं-कोशिकाकाय तथा कोशिका प्रवर्ध। कोशिकाकाय, न्यूरॉन का प्रमुख भाग होता है जिसमें कोशिकाद्रव्य से घिरा हुआ एक गोल केन्द्रक पाया जाता है। कोशिकाकाय से एक या एक से अधिक छोटे-बड़े कोशिकीय प्रवर्ध निकलते हैं। ये भी दो प्रकार के होते हैं-डेन्ट्राइट्स (बहुत सारे छोटी शाखा वाले प्रवर्ध) तथा एक्सॉन (प्रायः एक लम्बा प्रवर्ध)।
प्रश्न 3.
हृदय पेशी के तीन लक्षणों को बताएँ।
उत्तर:
हृदय पेशी के लक्षण –
- इन पेशियों में रेखित एवं अरेखित दोनों प्रकार की पेशियों के गुण पाये जाते हैं।
- दो हृदय पेशियों के जुड़ने के स्थान पर अन्तर्विष्ट पट्टियाँ पायी जाती हैं।
- इन पेशियों की कोशिकाएँ शाखान्वित होती हैं।
प्रश्न 4.
एरिओलर ऊतक के क्या कार्य हैं ?
उत्तर:
एरिओलर ऊतक अंगों के भीतर की खाली जगह को भरता है, आन्तरिक अंगों को सहारा देता है तथा ऊतकों की मरम्मत में सहायक है।
क्रियाकलाप 6.1 (पृष्ठ संख्या 77)
प्रश्न 1.
किस जार में रखी हुई प्याज की मूल लम्बी है ?
उत्तर:
जार-1 में रखी हुई प्याज की।
प्रश्न 2.
हमारे द्वारा मूल के ऊपरी हिस्से को काट लेने के बाद भी क्या वह वृद्धि करती रहती है ?
उत्तर:
नहीं।
प्रश्न 3.
जब हम जार-2 में रखी प्याज की मूल के ऊपरी हिस्से को काटते हैं तो वे वृद्धि करना बन्द कर देंगी, क्यों ?
उत्तर:
क्योंकि मूल के ऊपरी हिस्से में शीर्षस्थ विभज्योतक पाया जाता है। इस ऊतक में विभाजन की क्षमता होती है जिसमें विभाजन से मूल की लम्बाई में वृद्धि होती है। इसको काट देने से विभाजित की क्षमता समाप्त हो जाती है तथा मूल वृद्धि करना बन्द कर देती है।
क्रियाकलाप 6.2 (पृष्ठ संख्या 78)
प्रश्न 4.
क्या सभी कोशिकाओं की संरचनाएँ समान हैं ?
उत्तर:
नहीं।
प्रश्न 5.
कितने प्रकार की कोशिकाओं को देखा जा सकता है ?
उत्तर:
सामान्यतः तीन प्रकार की कोशिकाएँ दिखाई देती हैं –
- पैरेन्काइमा
- कॉलेन्काइमा, तथा
- स्क्लेरेन्काइमा।
प्रश्न 6.
क्या हम उन कारणों पर विचार कर सकते हैं कि कोशिकाओं के इतने प्रकार क्यों हैं ?
उत्तर:
पेरेन्काइमा कोशिकाएँ- ये अण्डाकार या गोलाकार, पतली भित्ति वाली जीवित कोशिकाएँ हैं जो पौधों के मुलायम हिस्सों में पायी जाती हैं। दो कोशिकाओं के मध्य अन्तर कोशिकीय अवकाश होता है। इनका मुख्य कार्य भोजन संचय है। कॉलेन्काइमा कोशिकाएँ-ये भी जीवित कोशिकाएँ हैं जो। अनियमित रूप से कोनों पर मोटी होती हैं।
कोनों पर मोटी होने के कारण इनके अन्तरकोशिकीय अवकाश बहुत कम हो जाते। हैं। ये पौधे को लचीला बनाती हैं। स्क्लेरेन्काइमा कोशिकाएँ-ये कोशिकाएँ मृत होती हैं। ये लम्बी एवं पतली होती हैं लेकिन कोशिकाओं की भित्ति लिग्निन के जमा होने के कारण मोटी होती है। ये तने के संवहन बण्डल के पास के ऊतकों में पायी जाती हैं। ये पौधे के अंगों को दृढ़ता एवं कठोरता प्रदान करती हैं तथा उसे यांत्रिक सहारा देती है।
Bihar Board Class 9 Science ऊतक Textbook Questions and Answers
प्रश्न 1.
ऊतक को परिभाषित करें।
उत्तर:
कोशिकाओं का ऐसा समूह जिसकी उत्पत्ति, संरचना एवं कार्य समान हों, ऊतक कहलाता है।
प्रश्न 2.
कितने प्रकार के तत्व मिलकर जाइलम ऊतक का निर्माण करते हैं ? इनके नाम बताइए।
उत्तर:
निम्नलिखित चार प्रकार के तत्व मिलकर जाइलम ऊतक का निर्माण करते हैं –
- जाइलम ट्रेकीड्स (वाहिनिकाएँ)
- जाइलम वाहिका
- जाइलम पैरेन्काइंमा, तथा
- जाइलम फाइबर।
प्रश्न 3.
पौधों में सरल ऊतक जटिल ऊतक से किस प्रकार भिन्न होते हैं ?
उत्तर:
पौधों में सरल ऊतकों में एक ही प्रकार की कोशिकाएँ मिलकर किसी कार्य को सम्पन्न करती हैं जबकि जटिल ऊतक में दो से अधिक प्रकार की कोशिकाएँ होती हैं तथा सभी मिलकर। सामूहिक रूप से एक कार्य करती हैं।
प्रश्न 4.
कोशिका भित्ति के आधार पर पैरेन्काइमा, कॉलेन्काइमा और स्क्लेरेन्काइमा के बीच भेद स्पष्ट करें।
उत्तर:
प्रश्न 5.
रन्ध्र के क्या कार्य हैं ?
उत्तर:
(1) वायुमण्डल से गैसों का आदान-प्रदान रन्ध्रों द्वारा होता है।
(2) वाष्पोत्सर्जन की क्रिया भी रन्ध्रों द्वारा होती है।
प्रश्न 6.
तीनों प्रकार के पेशीय रेशों में चित्र बनाकर अन्तर स्पष्ट करें।
उत्तर:
प्रश्न 7.
कार्डियक (हृदयक) पेशी का विशेष कार्य क्या है ?
उत्तर:
ये पेशियाँ प्राणी के सम्पूर्ण जीवनकाल तक सक्रिय बनी रहती हैं। इनमें क्रमिक संकुचन लगातार होता रहता है परन्तु थकान नहीं होती जिसके कारण हृदय जीवनपर्यन्त धड़कता रहता है।
प्रश्न 8.
रेखित, अरेखित तथा कार्डियक (हृदयक) पेशियों में शरीर में स्थित कार्य और स्थान के आधार पर अन्तर स्पष्ट कीजिए।
उत्तर:
प्रश्न 9.
न्यूरॉन का एक चिह्नित चित्र बनाएँ।
उत्तर:
प्रश्न 10.
निम्नलिखित के नाम लिखिए –
(a) ऊतक जो मुँह के भीतरी अस्तर का निर्माण करता है।
(b) ऊतक जो मनुष्य में पेशियों को अस्थि से जोड़ता है।
(c) ऊतक जो पौधों में भोजन का संवहन करता है।
(d) ऊतक जो हमारे शरीर में वसा का संचय करता है।
(e) तरल अधात्री सहित संयोजी ऊतक।
(f) मस्तिष्क में स्थित ऊतक।
उत्तर:
(a) शल्की एपिथीलियम
(b) पेशीय (ऐच्छिक पेशी) ऊतक
(c) फ्लोएम
(d) वसामय ऊतक
(e) रक्त
(f) तन्त्रिका ऊतक।
प्रश्न 11.
निम्नलिखित में ऊतक के प्रकार की पहचान करें त्वचा, पौधे का वल्क, अस्थि, वृक्कीय नलिका अस्तर, संवहन बण्डल।
उत्तर:
प्रश्न 12.
पैरेन्काइमा ऊतक किसे क्षेत्र में स्थित होते हैं ?
उत्तर:
जड़ एवं तने के भोजन संग्रह करने वाले भागों में पैरेन्काइमा ऊतक पाया जाता है। इसके अतिरिक्त पौधों के ऐसे अंग जो प्रकाश-संश्लेषण में सहायक हैं तथा जल में तैरने वाले पौधों के विभिन्न भागों में भी पैरेन्काइमा ऊतक पाया जाता है।
प्रश्न 13.
पौधों में एपिडर्मिस की क्या भूमिका है ?
उत्तर:
एपिडर्मिस पौधों का रक्षात्मक स्तर है। यह जल हानि के विरुद्ध, यान्त्रिक आघात तथा परजीवी कवक के प्रवेश से पौधों की रक्षा करती है।
प्रश्न 14.
छाल (कॉक) किस प्रकार सुरक्षा ऊतक के रूप में कार्य करता है ?
उत्तर:
छाल एक बहु परतों वाला मृत कोशिकाओं का आवरण होता है जिसमें अन्त:कोशिकीय स्थानों का अभाव होता है तथा इसकी भित्ति पर सुबेरिन नामक रसायन का आवरण होता है। यह छाल को हवा एवं पानी के लिए तो अभेद्य बनाता ही है, साथ-ही-साथ विभिन्न परजीवी एवं कवकों के प्रवेश को भी निषेध करता है। इस प्रकार यह एक सुरक्षा ऊतक के रूप में कार्य करता है।
प्रश्न 15.
निम्न दी गई तालिका को पूर्ण करें –
उत्तर: